जन्माष्टमी, भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव, भारत में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है, लेकिन मथुरा का इसमें अलग ही महत्व है। ये वही जगह है जहां श्री कृष्ण का जन्म हुआ था, इसलिए यहां का उत्सव दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करता है।मथुरा जन्माष्टमी 2025 पर ब्रजभूमि में लाखों श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का साक्षी बनते हैं।Janmashtami 2025 Mathura पर पूरी ब्रजभूमि भक्ति और उल्लास से सराबोर हो जाती है
मथुरा की गलियों में रंग-बिरंगी झांकियां, मंदिर की सजावट, भजन संध्या और माखन-मिश्री प्रसाद का महा-महोत्सव देखने लायक होता है। यहां का माहोल जन्माष्टमी के दौर में एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और उत्सव बन जाता है।
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Toggle2.जन्माष्टमी 2025 तारीख और शुभ मुहूर्त : Janmashtami 2025 – Date & Muhurat
इस साल मथुरा जन्माष्टमी 2025 का उत्सव और भी भव्य तरीके से मनाया जाएगा।
तिथि : 15 अगस्त 2025 (शुक्रवार)
निशिता काल (आधी रात) मुहूर्त: रात 11:55 से सुबह 12:42 तक
पूजा की अवधि: लगभग 47 मिनट
अष्टमी तिथि आरंभ: 15 अगस्त 2025 – 03:20 पूर्वाह्न
अष्टमी तिथि समाप्त: 16 अगस्त 2025 – प्रातः 05:10 बजे
टिप: अगर आप मथुरा यात्रा की योजना बना रहे हैं तो त्योहार के लिए कम से कम 2 दिन पहले पहुंचे , क्योंकि जन्माष्ठमी के दिन शहर में भारी भीड़ और ट्रैफिक होता है।जब Janmashtami 2025 Mathura में मनाई जाएगी, तो मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ेगा।
3. Mathura – Ek Short Travel Overview
- स्थान: उत्तर प्रदेश, भारत
- निकटतम बड़ा शहर: आगरा (58 किमी), दिल्ली (183 किमी)
- प्रसिद्ध: श्री कृष्ण जन्मभूमि, मंदिर, सांस्कृतिक उत्सव
- जाने का सर्वोत्तम समय:जन्माष्टमी के दौरन (अगस्त) और सर्दी का मौसम (अक्टूबर-फरवरी)
- भाषाएँ: हिंदी, ब्रज भाषा, अंग्रेजी
मथुरा का असर सिर्फ धार्मिक पर्यटन तक ही नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक विरासत केंद्र भी है। वृन्दावन, गोवर्धन और बरसाना के आस-पास के स्थान हैं जो जन्माष्टमी यात्रा के दौरन मिस नहीं करने चाहिए।
4. मथुरा तक कैसे पहुँचें (Complete Travel Guide)
मथुरा पहुँचने के कई साधन हैं – ट्रेन, बस, कार और हवाई यात्रा (Air Travel)। जन्माष्टमी के समय लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं, इसलिए पहले से प्लानिंग और बुकिंग ज़रूरी है।
1. ट्रेन से मथुरा पहुँचना
मथुरा जंक्शन (Mathura Junction – MTJ) भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है और देश के लगभग हर बड़े शहर से सीधा जुड़ा है।
मुख्य ट्रेन रूट्स:
- दिल्ली से मथुरा: 2–2.5 घंटे (शताब्दी, गतिमान, इंटरसिटी)
- जयपुर से मथुरा: 4–5 घंटे (Superfast Trains)
- आगरा से मथुरा: 1–1.5 घंटे
- वाराणसी/लखनऊ से मथुरा: 7–10 घंटे (Overnight Trains)
Pro Tip:
- IRCTC पर टिकट कम से कम 20–25 दिन पहले बुक करें।
- जन्माष्टमी के समय “Tatkal Ticket” भी जल्दी खत्म हो जाते हैं, इसलिए पहले से तैयारी करें।
2. बस से मथुरा पहुँचना
मथुरा के नया बस स्टैंड और पुराना बस स्टैंड से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली की सीधी बसें मिलती हैं।
लोकप्रिय बस रूट्स:
- दिल्ली ISBT कश्मीरी गेट से – 3–3.5 घंटे
- जयपुर से – 5–6 घंटे
- आगरा से – 1.5 घंटे
- हरिद्वार से – 6–7 घंटे
3. कार/टैक्सी से मथुरा पहुँचना
अगर आप रोड ट्रिप पसंद करते हैं, तो मथुरा जाने का अनुभव शानदार है।
मुख्य हाईवे:
- दिल्ली से – Yamuna Expressway (तेज़ और स्मूद रूट)
- जयपुर से – NH21 होते हुए भरतपुर और फतेहपुर सीकरी मार्ग
- आगरा से – NH2 या Yamuna Expressway
Pro Tip:
जन्माष्टमी के दिन शहर में कुछ रोड्स ट्रैफिक कंट्रोल में रहते हैं, इसलिए Google Maps अपडेट चेक करें।
4. हवाई जहाज़ से मथुरा पहुँचना
मथुरा का अपना एयरपोर्ट नहीं है। नज़दीकी एयरपोर्ट:
- आगरा एयरपोर्ट (AGR): 60 km
- दिल्ली IGI एयरपोर्ट (DEL): 180 km
एयरपोर्ट से टैक्सी, बस या ट्रेन के ज़रिए मथुरा पहुँचा जा सकता है।
5. यात्रा के समय ध्यान रखने योग्य बातें
- जन्माष्टमी से 2–3 दिन पहले पहुँचने की कोशिश करें।
- रात को मंदिर दर्शन के लिए लाइट जैकेट रखें (August में भी रात ठंडी हो सकती है)।
- भारी भीड़ के चलते अपने सामान का ध्यान रखें।
- होटल बुकिंग पहले से कन्फर्म करें।
6.मथुरा में कहां ठहरें (Best Hotels, Dharamshalas & Ashrams)
पूरे भारत से भक्त Janmashtami 2025 Mathura का आनंद लेने के लिए यहां पहुंचते हैं।जन्माष्टमी के समय मथुरा होटल बुकिंग पहले से कर लें क्योंकि भीड़ बहुत होती है।मथुरा में होटल बुकिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल और आश्रम बेस्ट ऑप्शन हैं।जन्माष्टमी के समय मथुरा में लाखों श्रद्धालु आते हैं, इसलिए होटल, धर्मशाला और आश्रम में पहले से बुकिंग कर लेना सबसे ज़रूरी है।
1. बजट होटल्स (Budget Hotels in Mathura)
अगर आप कम बजट में रहना चाहते हैं तो मथुरा में ₹800–₹1500 प्रतिदिन के कई अच्छे होटल मिल जाते हैं।
लोकप्रिय बजट होटल्स:
- Hotel Brijwasi Royal
- Hotel Goverdhan Palace
- Hotel Ganpati Palace
- Hotel Mukund Palace
Features:
- Basic AC/Non-AC Rooms
- 24×7 Hot Water
- Free Wi-Fi
- Railway Station या Bus Stand के पास लोकेशन
2. मिड-रेंज होटल्स (Mid-Range Hotels)
₹2000–₹4000 प्रतिदिन में आपको अच्छे सुविधाओं वाले होटल मिल सकते हैं।
लोकप्रिय मिड-रेंज होटल्स:
- Nidhivan Sarovar Portico (Vrindavan)
- Clarks Inn Express
- The Radha Ashok
- Kridha Residency (Vrindavan)
Features:
- Spacious Rooms
- In-house Restaurant
- Parking Facility
- Close to Famous Temples
3. लक्ज़री होटल्स और रिसॉर्ट्स (Luxury Hotels & Resorts)
अगर आप आराम और प्रीमियम अनुभव चाहते हैं तो मथुरा और वृंदावन में कई 4-Star और 5-Star प्रॉपर्टीज़ हैं।
लोकप्रिय लक्ज़री होटल्स:
- Nidhivan Hotels & Resorts
- Ananda Krishna Van
- Brijwasi Lands Inn
- Vrindavan Garden Resort
4. धर्मशालाएं (Dharamshalas in Mathura)
मथुरा की कई पुरानी धर्मशालाएं बहुत कम कीमत पर कमरे देती हैं, लेकिन जन्माष्टमी पर भीड़ के कारण इन्हें पहले से बुक करना ज़रूरी है।
लोकप्रिय धर्मशालाएं:
- Gujarati Samaj Dharamshala
- Sri Krishna Janmasthan Dharamshala
- Mathura Dharamshala Trust
- Agrasen Dharamshala
5. आश्रम (Ashrams in Mathura & Vrindavan)
आध्यात्मिक माहौल में ठहरने के लिए आश्रम एक बेहतरीन विकल्प हैं।
लोकप्रिय आश्रम:
- ISKCON Guest House (Vrindavan)
- Prem Mandir Guest Rooms
- Seva Dham Ashram
- Gita Mandir Ashram
7.मथुरा के प्रमुख मंदिर और दर्शनीय स्थल (Famous Temples & Tourist Places in Mathura)
मथुरा और आसपास का इलाका ब्रजभूमि कहलाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की धरती है। यहाँ सैकड़ों मंदिर, घाट, ऐतिहासिक स्थल और पौराणिक स्थान हैं, जो जन्माष्टमी के समय विशेष रूप से सजाए और रोशन किए जाते हैं
1. श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर (Shri Krishna Janmabhoomi Temple)
- महत्व: यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।
- खासियत: जन्माष्टमी पर यहाँ मध्यरात्रि में जन्माभिषेक और विशेष पूजा होती है।
- समय: सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक (जन्माष्टमी पर पूरी रात खुला रहता है)।
- Tip: भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी या रात देर से दर्शन करें।
- Janmashtami 2025 Mathura के दौरान श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर का श्रृंगार अद्भुत होगा।
2. द्वारकाधीश मंदिर (Dwarkadhish Temple)
- लोकेशन: मथुरा शहर के बीचोबीच
- खासियत: भगवान कृष्ण के द्वारका रूप की भव्य मूर्ति और रंगीन झांकियां
- जन्माष्टमी स्पेशल: फूल बंगला और संकीर्तन कार्यक्रम
3. बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple – Vrindavan)
- लोकेशन: वृंदावन (मथुरा से 12 km)
- खासियत: श्रीकृष्ण के “बांके बिहारी” स्वरूप की झलक मात्र पलक झपकते ही दी जाती है।
- जन्माष्टमी स्पेशल: पूरे मंदिर में फूलों की सजावट और विशेष भजन संध्या।
- Janmashtami 2025 Mathura के समय वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।
4. इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple – Vrindavan)
- लोकेशन: वृंदावन
- खासियत: गौड़ीय वैष्णव परंपरा का केंद्र, सुंदर वास्तुकला और अंतरराष्ट्रीय भक्तगण
- जन्माष्टमी स्पेशल: अखंड कीर्तन, कथा, और प्रसाद वितरण।
5. प्रेम मंदिर (Prem Mandir – Vrindavan)
- लोकेशन: वृंदावन
- खासियत: सफेद संगमरमर से बना भव्य मंदिर, रात में लाइट शो
- जन्माष्टमी स्पेशल: रोशनी और झांकी प्रदर्शन जो देखने लायक होता है।
6. गोवर्धन पर्वत (Govardhan Parvat)
- लोकेशन: मथुरा से 26 km
- महत्व: भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की थी।
- जन्माष्टमी स्पेशल: गोवर्धन परिक्रमा और पूजा।
- Janmashtami 2025 Mathura के अवसर पर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा का महत्व और भी बढ़ जाता है।
7. राधा कुंड और श्याम कुंड (Radha Kund & Shyam Kund)
- लोकेशन: गोवर्धन के पास
- महत्व: ये पवित्र सरोवर राधा-कृष्ण की लीलाओं से जुड़े हैं।
8. विश्राम घाट (Vishram Ghat)
- लोकेशन: यमुना नदी किनारे
- महत्व: भगवान कृष्ण ने कंस वध के बाद यहीं विश्राम किया था।
- जन्माष्टमी स्पेशल: दीपदान और यमुना आरती।
9. कुसुम सरोवर (Kusum Sarovar)
खासियत: सुंदर वास्तुकला और शांत वातावरण, फोटोग्राफी के लिए बेस्ट।
10. बरसाना और नंदगांव
- महत्व: राधारानी और नंद बाबा की जन्मभूमि।
- जन्माष्टमी स्पेशल: यहाँ भी कृष्ण-लीला और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।
- Janmashtami 2025 Mathura पर बरसाना और नंदगांव की यात्रा भी भक्तों के लिए खास रहती है।
- Janmashtami 2025 Mathura में यमुना घाट की आरती देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
अगर आप जन्माष्टमी के दौरान मथुरा आ रहे हैं, तो कोशिश करें कि कम से कम 3–4 दिन का समय रखें, ताकि मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना और गोकुल को कवर कर सकें।
8.मथुरा में जन्माष्टमी कैसे मनाई जाती है (Janmashtami Festival Highlights in Mathura)
मथुरा में जन्माष्टमी कैसे मनाई जाती है, यह देखने के लिए आपको मंदिरों की भव्य सजावट और झांकियां देखनी होंगी।भजन, कीर्तन और मध्यरात्रि जन्माभिषेक मथुरा में जन्माष्टमी के मुख्य आकर्षण होते हैं।जन्माष्टमी के दौरान मथुरा का माहौल पूरी तरह बदल जाता है। गलियां, मंदिर और बाजार रंग-बिरंगी लाइट्स और फूलों से सज जाते हैं। भक्तगण भजन-कीर्तन में मग्न रहते हैं और पूरा शहर कृष्णमय हो जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी 2025 प्रोग्राम में झांकियां, भजन संध्या और अभिषेक शामिल हैं।मथुरा के सभी मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी 2025 प्रोग्राम अलग-अलग थीम पर होते हैं।
1. झांकियां और सजावट (Jhankis & Decorations)
- मथुरा के हर मंदिर में भगवान कृष्ण की लीलाओं की झांकियां सजाई जाती हैं।
- जन्म से लेकर गोवर्धन लीला तक की कहानियां झांकियों में दिखाई जाती हैं।
- मंदिरों में फूल बंगला, लाइट शो और रंगोली से सजावट की जाती है।Janmashtami 2025 Mathura पर मंदिरों की सजावट में फूलों और लाइट्स का अद्भुत संगम होता है।
- Janmashtami 2025 Mathura के कार्यक्रम में भजन-कीर्तन पूरी रात चलते रहते हैं।
- Janmashtami 2025 Mathura के अवसर पर बच्चों के लिए भी सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम होते हैं।
2. मध्यरात्रि जन्माभिषेक (Midnight Janmotsav)
- श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि में निशिता काल के दौरान मनाया जाता है।
- इस समय विशेष पूजा, अभिषेक, और मंत्रोच्चार होता है।
- भक्तों को माखन-मिश्री और पंचामृत का प्रसाद दिया जाता है।
3. भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम (Bhajan & Cultural Programs)
- प्रसिद्ध भजन गायकों के भजन संध्या का आयोजन।
- रासलीला और कृष्ण-लीला के मंचन, जिसमें स्थानीय कलाकार भाग लेते हैं।
4. दही हांडी (Dahi Handi Celebrations)
- जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी कार्यक्रम होता है।
- इसमें युवा मंडल ऊंची लटकी मटकी फोड़ते हैं, जो माखन-मिश्री से भरी होती है।
5. मेले और बाजार (Fairs & Markets)
- जन्माष्टमी के समय मथुरा के बाजार पूरी रात खुले रहते हैं।
- यहां से आप कृष्ण मूर्तियां, पूजा सामग्री, पिटारे और मिठाइयां खरीद सकते हैं।
6. दीपदान और यमुना आरती (Deepdan & Yamuna Aarti)
- विश्राम घाट पर हजारों दीपक जलाकर यमुना में प्रवाहित किए जाते हैं।
- शाम को यमुना आरती का अद्भुत नजारा देखने लायक होता है।
- Janmashtami 2025 Mathura में आने वाले भक्त यमुना स्नान और दीपदान का आनंद भी लेते हैं।
FAQ – मथुरा जन्माष्टमी 2025
Q1. मथुरा में जन्माष्टमी 2025 कब है? 15 अगस्त 2025, शुक्रवार को।
Q2. जन्माष्टमी के समय मथुरा जाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? ट्रेन सबसे आसान और तेज़ विकल्प है, लेकिन पहले से बुकिंग करें।
Q3. जन्माष्टमी के दौरान मथुरा में कहां ठहरना चाहिए? मथुरा और वृंदावन में होटल, धर्मशाला और आश्रम सभी उपलब्ध हैं, लेकिन पहले से बुक करें।
Q4. जन्माष्टमी के दौरान मथुरा में कौन-कौन से मंदिर ज़रूर देखने चाहिए? श्रीकृष्ण जन्मभूमि, द्वारकाधीश मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, इस्कॉन, प्रेम मंदिर।
Q5. क्या जन्माष्टमी के दिन मथुरा में बहुत भीड़ होती है? हां, लाखों श्रद्धालु आते हैं, इसलिए भीड़ और ट्रैफिक के लिए तैयार रहें।
।मथुरा में जन्माष्टमी 2025 का उत्सव हर साल की तरह इस बार भी करोड़ों भक्तों को आकर्षित करेगा।मथुरा की गलियों में भजन-कीर्तन और ढोल-नगाड़ों की गूंज वातावरण को भक्तिमय बना देती है।Janmashtami 2025 Mathura पर मंदिरों की सजावट में फूलों और लाइट्स का अद्भुत संगम होता है।Janmashtami 2025 Mathura पर माखन-मिश्री और पंजीरी का प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है।अगर आप भक्ति और आनंद का अनुभव करना चाहते हैं, तो Janmashtami 2025 Mathura में जरूर जाएं
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