Shree Somnath jyotirlinga temple

Shree Somnath jyotirlinga temple

भारत की पवित्र भूमि पर अनेक अद्भुत तीर्थस्थल हैं, लेकिन Shree Somnath Jyotirling Temple का स्थान सबसे ऊपर है।  यह मंदिर केवल श्रद्धालुओं का आस्था केंद्र ही नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास, संस्कृति और धर्म का प्रतीक भी है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित Somnath Temple को भगवान शिव का प्रथम ज्योतिर्लिंग कहा जाता है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहां Somnath Jyotirlinga story and significance जानने और पुण्य प्राप्त करने आते हैं। यह मंदिर हजारों वर्षों से सनातन संस्कृति की गवाही दे रहा है।

Table of Contents

1.मंदिर का इतिहास: History of Shree Somnath Jyotirling Temple

Shree Somnath Jyotirling Temple का इतिहास अत्यंत रोचक और प्रेरक है। Somnath Temple history and architecture details हमें बताते हैं कि यह मंदिर सात बार निर्मित और पुनर्निर्मित हुआ।Shree Somnath jyotirlinga temple का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है। इसका उल्लेख प्राचीन धार्मिक ग्रंथों, पुराणों, महाभारत और अन्य पौराणिक कथाओं में मिलता है। यह माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण सबसे पहले चंद्रदेव (सोम) द्वारा किया गया था।

पुराणों के अनुसार, चंद्रदेव ने राजा दक्ष की 27 पुत्रियों से विवाह किया था। लेकिन चंद्रदेव ने केवल रोहिणी को अधिक प्रेम किया, जिससे अन्य पत्नियाँ असंतुष्ट हो गईं और उन्होंने अपने पिता दक्ष से शिकायत की। इससे क्रोधित होकर राजा दक्ष ने चंद्रदेव को श्राप दिया कि उनकी चमक धीरे-धीरे क्षीण हो जाएगी। इस श्राप से मुक्त होने के लिए चंद्रदेव ने भगवान शिव की उपासना की और तपस्या की। भगवान शिव चंद्रदेव की भक्ति से प्रसन्न हुए और उन्हें श्राप से मुक्त किया। इसके बाद चंद्रदेव ने भगवान शिव की कृतज्ञता में इस मंदिर का निर्माण किया और इस कारण इसे सोमनाथ (सोम का नाथ) कहा गया।

विभिन्न आक्रमणों में जब-जब मंदिर ध्वस्त किया गया, Somnath Temple reconstruction history ने भारत की आत्मा को फिर से जीवित कर दिया। हर बार यह मंदिर और भी भव्य रूप में खड़ा हुआ।आज भी जब आप Somnath Temple photos and travel guide देखते हैं, तो इसकी गरिमा का आभास होता है।

2.मंदिर की वास्तुकला: Shree Somnath Jyotirling Temple architecture

  • Shree Somnath jyotirlinga temple की वास्तुकला अद्वितीय और अत्यंत भव्य है।मंदिर का निर्माण चालुक्य शैली में किया गया है। इसमें 155 फीट ऊंचा शिखर, विशाल सभामंडप और गरभगृह शामिल हैं।यहां Somnath Temple Aarti time and rituals में भाग लेना अनोखा अनुभव है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग प्रतिष्ठित है, जिसे सोमनाथ के नाम से जाना जाता है।
  • मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर किए गए नक्काशी के कार्य को देखकर प्राचीन भारतीय शिल्पकला की उत्कृष्टता का अनुमान लगाया जा सकता है। गर्भगृह में स्थापित ज्योतिर्लिंग के चारों ओर स्वर्ण मंडित छत्र है, जो मंदिर की दिव्यता और भव्यता को और भी बढ़ाता है।मंदिर के मुख्य द्वार के पास स्थित समुद्र तट का दृश्य और मंदिर का शांत वातावरण भक्तों को अध्यात्म की ओर खींचता है। मंदिर की दीवारों पर महाभारत, श्रीमद्भागवत और अन्य पुराणों की कथाओं का सुंदर चित्रण किया गया है। मंदिर के शिखर पर स्थित ध्वज जो प्रतिदिन बदलता है, इस मंदिर की पवित्रता और धार्मिक महत्व को दर्शाता है।

3.सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण किसने करवाया: Who got the Shree Somnath jyotirlinga temple rebuilt?

  • Shree Somnath jyotirlinga temple का इतिहास कई हमलों और पुनर्निर्माणों की गाथाओं से भरा है। इस मंदिर को अनेक बार आक्रमणकारियों द्वारा ध्वस्त किया गया, लेकिन हर बार इसे श्रद्धालुओं की आस्था और संकल्प के कारण फिर से बनाया गया। 1024 ईस्वी में महमूद गजनवी ने इस मंदिर पर हमला किया और इसे लूटकर नष्ट कर दिया। इसके बाद भी मंदिर को पुनः निर्मित किया गया। 1300 के दशक में अलाउद्दीन खिलजी के जनरल अलफ खान ने इसे फिर से नष्ट किया। फिर भी, समय-समय पर इसे पुनर्निर्माण कर श्रद्धालुओं की भक्ति का केंद्र बनाए रखा गया।
  • आखिरकार, 1951 में, भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने इस मंदिर के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया और Shree Somnath jyotirlinga temple का वर्तमान स्वरूप सामने आया। इस मंदिर के पुनर्निर्माण में भारत सरकार और अनेक धर्मप्रेमी लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आज का सोमनाथ मंदिर इस बात का प्रतीक है कि आस्था और धर्म को कोई भी शक्ति हमेशा के लिए समाप्त नहीं कर सकती।

4.धार्मिक महत्व: Religious significance

Shree Somnath jyotirlinga temple

  • श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर का धार्मिक महत्व अनंत है। यह मंदिर उन 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो पूरे भारत में प्रतिष्ठित हैं। मान्यता है कि इन ज्योतिर्लिंगों में भगवान शिव का निवास है और इनके दर्शन से सभी पापों का नाश होता है।Shree Somnath Jyotirling Temple का उल्लेख शिव पुराण, स्कंद पुराण और महाभारत जैसे ग्रंथों में मिलता है।
  • Importance of Somnath Jyotirlinga in Hinduism में इसका स्थान अत्यंत विशिष्ट है।यह पहला ज्योतिर्लिंग है, जहां भगवान शिव स्वयं विराजमान हुए।। यहाँ पर प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने आते हैं। महाशिवरात्रि, श्रावण मास और कार्तिक पूर्णिमा के समय यहाँ विशेष उत्सव और मेले का आयोजन होता है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु शामिल होते हैं।
  • सोमनाथ मंदिर की यात्रा करने का अनुभव भक्तों के लिए अत्यंत आत्मिक होता है। यहाँ आकर लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं और ध्यान में लीन हो जाते हैं। यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि एक ऐसा स्थान भी है जहाँ आकर भक्त अपने अंदर शांति और आध्यात्मिकता की अनुभूति करते हैं।यही कारण है कि हर शिवरात्रि और सावन मास में यहां Somnath Temple Shivratri Festival विशेष श्रद्धा से मनाया जाता है।

5.सोमनाथ मंदिर कैसे पहुंचे : How to reach Somnath Temple

  • Shree Somnath jyotirlinga temple पहुँचने के लिए आप कई विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल शहर के पास स्थित है। यहाँ पहुँचने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

1. हवाई मार्ग:

  • Somnath Nearest Airport दीव हवाई अड्डा है, जो सोमनाथ से लगभग 85 किलोमीटर दूर स्थित है। दीव हवाई अड्डे से सोमनाथ तक टैक्सी या बस द्वारा पहुंचा जा सकता है।

How to reach Somnath Temple from Ahmedabad

  • आप अहमदाबाद, राजकोट या भावनगर हवाई अड्डों से भी सोमनाथ पहुंच सकते हैं। अहमदाबाद हवाई अड्डा सोमनाथ से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर है, और यहाँ से आप बस, टैक्सी, या ट्रेन द्वारा सोमनाथ पहुँच सकते हैं।

2. रेल मार्ग:

  • सोमनाथ का अपना रेलवे स्टेशन है जिसे सोमनाथ रेलवे स्टेशन कहा जाता है। यह स्टेशन मंदिर से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।Somnath Temple nearest railway station वेरावल है, जो 5 किमी दूर है।वेरावल रेलवे स्टेशन अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, मुंबई से सीधे जुड़ा है। यहाँ से आप ऑटो रिक्शा, टैक्सी, या बस द्वारा सोमनाथ मंदिर पहुँच सकते हैं।

3. सड़क मार्ग:

  •  बस: गुजरात राज्य परिवहन की बसें और निजी बस सेवाएं सोमनाथ को राज्य के प्रमुख शहरों जैसे अहमदाबाद, राजकोट, जूनागढ़ और दीव से जोड़ती हैं। ये बस सेवाएं नियमित रूप से उपलब्ध होती हैं।
  • टैक्सी/कार:आप निजी टैक्सी या अपनी कार से भी सोमनाथ मंदिर पहुँच सकते हैं। गुजरात के प्रमुख शहरों से सोमनाथ तक अच्छी सड़कें हैं, जो आपकी यात्रा को सुविधाजनक बनाती हैं।

4. स्थानीय परिवहन:

  • ऑटो रिक्शा: सोमनाथ मंदिर के आसपास ऑटो रिक्शा आसानी से उपलब्ध होते हैं, जो आपको मंदिर तक पहुँचाने में मदद करेंगे।
  • टैक्सी: स्थानीय टैक्सी सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जो आपको सोमनाथ मंदिर के अलावा आसपास के दर्शनीय स्थलों तक भी ले जा सकती हैं।

5. प्रमुख शहरों से दूरी:

  • अहमदाबाद से: लगभग 400 किलोमीटर
  • राजकोट से:  लगभग 200 किलोमीटर
  • जूनागढ़ से: लगभग 85 किलोमीटर
  • दीव से: लगभग 85 किलोमीटर

6.Shree Somnath Jyotirling Temple दर्शन का महत्व

Shree Somnath jyotirlinga temple

  • Shree Somnath Jyotirling Temple में दर्शन करना हर शिवभक्त का सपना होता है। Somnath Jyotirlinga story and significance में बताया गया है कि यहाँ शिवजी की पूजा करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • Somnath Temple Aarti time and rituals के समय का वातावरण बेहद पवित्र हो जाता है। घंटियों की आवाज़, वैदिक मंत्र और भक्तों की श्रद्धा मंदिर परिसर को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देते हैं।
  • हर साल श्रावण मास और Somnath Temple Shivratri Festival में लाखों लोग यहां आते हैं। खासतौर पर महाशिवरात्रि पर मंदिर को फूलों और दीपों से सजाया जाता है।

7.Somnath Temple Darshan Timing (दर्शन का समय)

Shree Somnath jyotirlinga temple का समय पूरे वर्ष एक जैसा रहता है।यहाँ पर तीन मुख्य क्रियाएँ होती हैं – मंदिर दर्शन, आरती और लाइट एंड साउंड शो।

1 मंदिर दर्शन का समय (Somnath Temple Opening Hours)

सुबह: 6:00 AM से
रात: 9:00 PM तक
मंदिर पूरे दिन खुला रहता है। दोपहर में भी दर्शन जारी रहते हैं।

 2.आरती का समय (Aarti Timing)

सोमनाथ मंदिर की आरती बहुत विशेष होती है।
दिन में तीन बार आरती होती है:

  • सुबह की आरती:
    7:00 AM
  • दोपहर की आरती:
    12:00 PM
  • शाम की आरती:
    7:00 PM

3.लाइट एंड साउंड शो (Sound and Light Show Timing)

मंदिर में हर शाम प्रसिद्ध लाइट एंड साउंड शो होता है, जिसमें सोमनाथ का इतिहास और पुनर्निर्माण की गाथा दिखाई जाती है।

  • समय:
    8:00 PM से 9:00 PM तक
  • स्थान:
    मंदिर परिसर का ओपन-एयर थिएटर
  • यह शो कई भाषाओं में होता है।

8.Somnath Temple Entry Fee (प्रवेश शुल्क)

दर्शन का शुल्क:
👉 बिल्कुल निशुल्क
मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोई फीस नहीं ली जाती।

लाइट एंड साउंड शो का टिकट:
👉 भारतीय पर्यटक – ₹25 प्रति व्यक्ति
👉 विदेशी पर्यटक – ₹100 प्रति व्यक्ति

विशेष पूजन और अभिषेक:
विशेष पूजा और रुद्राभिषेक के लिए मंदिर ट्रस्ट के काउंटर से पर्ची लेनी होती है।
इनकी अलग-अलग फीस होती है, जो पूजा के प्रकार पर निर्भर करती है।

🔔 महत्वपूर्ण:

  • मंदिर के भीतर मोबाइल, कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना मना है।
  • प्रवेश के समय सुरक्षा जांच होती है।
  • विशेष दर्शन के लिए कतार अलग होती है।

9.Shree Somnath Jyotirling Temple के पास दर्शनीय स्थल

जब आप Somnath Temple आएं, तो आस-पास की इन जगहों को भी देखना न भूलें –

  • त्रिवेणी संगम
    जहां तीन पवित्र नदियां – हिरण, कपिला और सरस्वती मिलती हैं।
  • भालका तीर्थ
    वह स्थान जहां भगवान श्रीकृष्ण ने देह त्याग किया।
  • प्रभास पाटन संग्रहालय
    मंदिर का इतिहास और पुरानी मूर्तियों का संग्रह देखने योग्य है।
  • Somnath Beach
    शाम के समय समुद्र किनारे बैठकर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें।
  • यह सब मिलकर Somnath Temple photos and travel guide को और खास बना देते हैं।

10.Best Hotels Near Somnath Temple for Family Stay

यहाँ कई अच्छे होटल और धर्मशालाएं हैं –

1.सोमनाथ ट्रस्ट गेस्ट हाउस-Somnath Trust Guest House

Somnath Trust Guest House मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित सबसे सुरक्षित और साफ-सुथरी धर्मशालाओं में गिनी जाती है।
यहां परिवार के लिए वातानुकूलित कमरे, डॉरमेट्री और सुइट उपलब्ध हैं।

 2.लॉर्ड्स इन सोमनाथ-Lords Inn Somnath

यह एक शानदार 3-स्टार होटल है जो फैमिली ट्रिप के लिए बहुत लोकप्रिय है।
मंदिर से मात्र 2 किमी दूरी पर स्थित है।🔗 बुकिंग लिंक:👉 Lords Inn Somnath Booking

 3.द ग्रैंड द वेल्स होटल

यह नया और प्रीमियम होटल है, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं हैं।
मंदिर से 2 किमी दूरी।🔗 बुकिंग लिंक:
👉 The Grand Daksh Somnath Booking

4.होटल शिवम सोमनाथ

यह किफायती और साफ-सुथरा होटल फैमिली के लिए आदर्श है।
मंदिर से 1 किमी दूर।🔗 बुकिंग लिंक:👉 Hotel Shivam Somnath Booking
अग्रिम बुकिंग के लिए Somnath Temple online booking विकल्प का उपयोग कर सकते हैं।

11.यात्रा के समय का सुझाव: Travel time suggestion

शिवरात्रि और श्रावण मास: इन दिनों मंदिर में विशेष पूजा और उत्सव होते हैं, इसलिए ये समय यात्रा के लिए उपयुक्त हो सकता है।

सर्दियों का मौसम: सोमनाथ की यात्रा के लिए सर्दियों का मौसम सबसे बेहतर होता है, क्योंकि इस समय यहाँ का मौसम सुखद और ठंडा रहता है।

इस प्रकार, आप अपनी सुविधा और समय के अनुसार सोमनाथ मंदिर पहुँचने के लिए इन विकल्पों में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं।

12.पर्यटन और सुविधाएं

  • सोमनाथ मंदिर के साथ ही इस क्षेत्र में अनेक दर्शनीय स्थल भी हैं, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ के समुद्र तट पर घूमने का अपना एक अलग ही अनुभव है। सोमनाथ मंदिर के पास ही ‘त्रिवेणी संगम’ स्थित है, जहाँ तीन पवित्र नदियों – कपिला, हिरण और सरस्वती का संगम होता है। इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है और श्रद्धालु यहाँ स्नान करके अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं।
  • इसके अलावा, सोमनाथ संग्रहालय, जुनागढ़ का किला, भीमनाथ मंदिर, और गिर वन्यजीव अभ्यारण्य भी इस क्षेत्र के प्रमुख आकर्षण हैं। इन सभी स्थलों की यात्रा करते हुए श्रद्धालु एक अद्वितीय अनुभव प्राप्त करते हैं।
  • सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ पर श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए धर्मशालाएं, होटल और अन्य आवासीय सुविधाएं आसानी से मिल जाती हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा मंदिर में दर्शन और पूजा की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए उचित व्यवस्था की गई है।
  • सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट:
    👉 https://www.somnath.org
  • MakeMyTrip – होटल और पैकेज:
    👉 https://www.makemytrip.com

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. Shree Somnath jyotirlinga temple जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
A. अक्टूबर से मार्च तक का मौसम सुहावना होता है। सावन और महाशिवरात्रि विशेष माने जाते हैं।

Q. क्याShree Somnath jyotirlinga temple के दर्शन निशुल्क हैं?
A. हां, कोई शुल्क नहीं है।

Q. Shree Somnath jyotirlinga temple के निकट कौन-कौन से स्थल देखने योग्य हैं?
A. त्रिवेणी संगम, भालका तीर्थ, प्रभास पाटन संग्रहालय और Somnath Beach।

Q. Shree Somnath jyotirlinga templeका नज़दीकी रेलवे स्टेशन कौन सा है?
A. वेरावल रेलवे स्टेशन।

निष्कर्ष

श्री Shree Somnath jyotirlinga temple भारतीय धर्म, संस्कृति और इतिहास का एक अमूल्य धरोहर है। Shree Somnath Jyotirling Temple केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि आस्था की जीवंत मिसाल है। Somnath Temple history and architecture details इसकी भव्यता को बताते हैं। यहां आकर हर भक्त को आत्मिक शांति और शक्ति मिलती है।यह मंदिर न केवल आस्था और भक्ति का केंद्र है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान भी है जहाँ भारतीय सभ्यता और सांस्कृतिक धरोहर की झलक मिलती है।

सोमनाथ मंदिर की यात्रा भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा होती है, जहाँ वे भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करते हैं। इस मंदिर का भव्य इतिहास, इसकी दिव्यता और धार्मिक महत्व इसे संपूर्ण विश्व में एक विशेष स्थान प्रदान करते हैं।

अतः यदि आप कभी गुजरात की यात्रा करें, तो सोमनाथ मंदिर के दर्शन अवश्य करें। यह एक ऐसा अनुभव होगा जिसे आप जीवनभर याद रखेंगे

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